आंखें तुम्हारी … मई 27, 2012 ज़रा नींद में थोड़ी जागी हुई सी अजब शायराना हैं आंखें तुम्हारी … शब्द: पीयूष स्वर और संगीत: डॉ केदार … पढना जारी रखे →